कौन क्या कहेगा ये न सोचो अपनी मंजिल की ओर बढ़ते रहोI कौन क्या कहेगा ये न सोचो अपनी मंजिल की ओर बढ़ते रहोI
मीठे पानी से जो मुग्ध कर गया कुछ यूँ कि कितनी ही उम्र कि कितनी ही जिंदगियाँ बीतती गईं हम बदलते रहे द... मीठे पानी से जो मुग्ध कर गया कुछ यूँ कि कितनी ही उम्र कि कितनी ही जिंदगियाँ बीतत...
फूलों की क्यारी फूलों की क्यारी
है ये देश मेरा जहां की हर बात निराली, आते - जाते दिन-रात का क्या कहना, है ये देश मेरा जहां की हर बात निराली, आते - जाते दिन-रात का क्या कहना...
फूलों की हँसी हमें मुस्कुराना सिखाती है, प्रेम की राह में दिव्य प्रभा दिखाती है, फूलों की हँसी हमें मुस्कुराना सिखाती है, प्रेम की राह में दिव्य प्रभा द...
राधा संग खेले होली। कान्हा की नटखट ठिठोली। गोपियों की छवी निराली। राधा संग खेले होली। कान्हा की नटखट ठिठोली। गोपियों की छवी निराली।